Wednesday, December 18, 2013

जनचेतना की वेबसाइट शुरू Janchetna's website launched

पाठकों के लिए महत्‍वपूर्ण सूचना:
प्रिय पाठकों,
जनचेतना की वेबसाइट शुरू हो चुकी है।
इस वेबसाइट पर जनचेतना द्वारा वितरित की जाने वाली सारी पुस्‍तकों एवं पत्र-पत्रिकाओं के कवर पेज सहित उनके विवरण उपलब्‍ध हैं। जनचेतना का कैटलॉग एवं  ब्‍लॉग भी इस वेबसाइट पर उपलब्‍ध है।
अत: इस ब्‍लॉग को जनचेतना की वेबसाइट पर 'रीडायरेक्‍ट' किया जा रहा है।
यदि  कुछ क्षणों में जनचेतना की वेबसाइट नहीं खुलती तो आप इस लिंक (http://janchetnabooks.org) पर क्लिक करके जनचेतना की वेबसाइट पर पहुँच सकते हैं।


For the kind attention of readers:
Dear Readers,
Janchchetna's website has been launched.
You can find all the description of all the books, newspapers and magazines being distributed by Janchetna along with their cover page and description on this website.
Janchetna's catalogue and blog are also available on this website 
Hence this blog is being redirected to the Janchetna's website.

If the website does not open in a few moments, you can click on this link (http://janchetnabooks.org)to visit the website. 

Saturday, March 20, 2010

जनचेतना की नयी पुस्‍तक सूची

पाठकों ने अनुरोध किया है कि हम अपनी पुस्‍तक सूची, इस ब्‍लॉग पर भी उपलब्‍ध कराएं। इसलिए हम पुस्‍तक सूची इस ब्‍लॉग पर दे रहे हैं, लेकिन फिलहाल यह सूची पीडीएफ प्रारूप में है। जल्‍द इसको यूनिकोड फांट में भी उपलब्‍ध कराया जाएगा। आप पुस्‍तकें मंगाने के लिए, बायीं ओर के साइडबार में दिए पतों, फोन नंबर या ईमेल पर संपर्क कर सकते हैं। 'जनचेतना' परिकल्पना प्रकाशन, राहुल फाउण्डेशन, अनुराग ट्रस्ट, शहीद भगतसिंह यादगारी प्रकाशन, दस्तक प्रकाशन और प्रांजल आर्ट पब्लिशर्स का ‘जनचेतना’ मुख्य वितरक संस्‍थान है। इस सूची में शहीद भगतसिंह यादगारी प्रकाशन और दस्‍तक प्रकाशन की पंजाबी में प्रकाशित किताबों और परिकल्‍पना प्रकाशन एवं राहुल फाउण्‍डेशन से अंग्रेजी में छपी पुस्‍तकों को भी शामिल किया गया है।

जनचेतना पुस्‍तक-सूची 2010

Tuesday, February 2, 2010

विश्‍व पुस्‍तक मेला में 'जनचेतना' : टाइम्‍‍स ऑफ इंडिया और हिन्‍दुस्‍तान में कवरेज

टाइम्‍स ऑफ इंडिया के 2 फरवरी 2010 के अंक में प्रगति मैदान, नई दिल्‍ली में चल रहे 19वें विश्‍व पुस्‍तक मेला में 'जनचेतना' के स्‍टाल की अच्‍छी कवरेज की गई है। अखबर लिखता है कि मार्क्‍स, लेनिन और अन्‍य लेखकों की किताबें युवाओं को विश्‍व पुस्‍तक मेला में आकर्षित कर रही हैं। मार्क्‍स के चित्रों, और भगतसिंह की तस्‍वीरों वाले पोस्‍टर, क्रान्तिकारी कविताओं और नारों से सजे पोस्‍टर और कार्ड और लोगों को सपने देखने, संघर्ष करने और जीतने का आह्वान करने वाले बैनर और इनके साथ ही शेल्‍फों में सुन्‍दर ढंग से व्‍यवस्थित किताबें लोगों को (विशेषकर शहरी युवा आबादी को) आज के समय की चुनौतियों का एक युक्तिसंगत समाधान प्रस्‍तुत कर रही हैं।
प्रगति मैदान के हॉल नं. 1 (स्‍टॉल नं. 27-30) और हॉल नं. 12 ए (स्‍टॉल नं. 97-104) में एक छोटी पुस्‍तक क्रान्ति आकार ले रही है जहां मार्क्‍स, लेनिन की किताबों से लेकर भगतसिहं के क्रान्तिकारी विचारों पर केंद्रित किताबें उपलब्‍ध हैं। इसके अलावा जनचेतना के स्‍टाल पर कविताओं, कहानियों, प्रेरणादायी पुस्‍तकों और आज के दौर के लिए जरूरी साहित्‍य पाया जा सकता है। जनचेतना का स्‍टॉल बेहतर भविष्‍य के लिए आम आदमी को जगाने और प्रेरित करने वाले साहित्‍य पर ध्‍यान केद्रित करता है। साथ ही सुंदर और साहित्यिक कार्ड, नोटपैड, कैलेंडर भी मौजूद हैं। जनचेतना के स्‍वयंसेवक (जिसमें ज्‍यादातर युवक-युवतियां हैं) प्‍लैकार्ड लिए नजर आते हैं जिसपर लिखा है 'एक सांस्‍कृतिक मुहिम, एक वैचारिक परियोजना, वैकल्पिक मीडिया का एक मॉडल'
जनचेतना के अभिनव, दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय के इतिहास के छात्र ने बताया कि जनचेतना के स्‍टॉल पर आने वाले दर्शक जिनमें युवाओं की बड़ी आबादी होती है आज के दौर की सामाजिक-आर्थिक समस्‍याओं से जुड़े अपने प्रश्‍नों का उत्तर तलाशते हुए यहां आते हैं। क्रान्तिकारी साहित्‍य के अलावा प्रबुद्ध अकादमिक पाठकों के लिए अन्‍य कई प्रकार की क्‍लासिक कृतियां जनचेतना पर उपलब्‍ध हैं।
हिन्‍दी अखबार हिन्‍दुस्‍तान में भी विश्‍व पुस्‍तक मेला में जनचेतना के स्‍टॉल की कवरेज की गई है।

Thursday, January 21, 2010

‘जनचेतना’ पुस्तक प्रदर्शनी वाहन पर ए.बी.वी.पी. के गुण्डों का हमला



वाहन पर मौजूद कार्यकर्ताओं से मारपीट, वाहन के शीशे तोडे़
भगतसिंह, प्रेमचंद, राहुल आदि की किताबें फेंकी, आग लगाने की कोशिश

20 जनवरी, नई दिल्ली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के करीब 25 गुण्डों ने आज दोपहर दिल्ली विश्वविद्यालय के कला संकाय के भीतर विश्वविद्यालय प्रशासन की अनुमति से खड़े ‘जनचेतना’ पुस्तक प्रदर्शनी वाहन पर हमला किया। उन्होंने वाहन के शीशे तोड़ डाले और वहाँ मौजूद तीन कार्यकर्ताओं कुणाल, संजय और नवीन के साथ मारपीट की। ज्ञात हो कि ‘जनचेतना’ एक सांस्कृतिक मुहिम है जो पिछले 24 वर्षों से पूरे देश में प्रेमचंद, शरतचंद्र, भगतसिंह, गोर्की, राहुल सांकृत्यायन, राधामोहन गोकुलजी, तोल्स्तोय, हेमिंग्वे, आदि लेखकों, चिंतकों और साहित्यकारों के साहित्य व लेखन के जरिये समाज में प्रगतिशील विचारों के प्रचार-प्रसार में लगी हुई है। ‘जनचेतना’ के पुस्तक प्रदर्शनी वाहन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गुण्डावाहिनी ए.बी.वी.पी. का यह पहला हमला नहीं है। इसके पहले भी जनवाद और समानता के विचारों के प्रचार-प्रसार में लगी इस सांस्कृतिक मुहिम पर संघ परिवार के संगठन हमला कर चुके हैं। इसके पहले मेरठ, मथुरा, मुरादाबाद, जयपुर, आगरा आदि में भी ए.बी.वी.पी., विहिप तथा बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ‘जनचेतना’ के पुस्तक प्रदर्शनी वाहन पर हमला किया था। पिछले वर्ष दिल्ली विश्वविद्यालय में भी ए.बी.वी.पी. ने प्रदर्शनी वाहन पर हमला किया था लेकिन दिशा छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया था।
आज हुए हमले के दौरान ए.बी.वी.पी. के लोग हॉकी, डण्डों आदि से लैस थे। उनका मकसद वाहन को नुकसान पहुंचाना था और वे खुले तौर पर बोल भी रहे थे कि इन विचारों का प्रचार-प्रसार विश्वविद्यालय परिसर में नहीं करने दिया जाएगा। ‘जनचेतना’ के कार्यकर्ताओं ने इसका प्रतिरोध किया तो उनके साथ मारपीट शुरू कर दी गई और वाहन के शीशे तोड़ दिये गये। हमलावरों ने भगतसिंह, प्रेमचंद, राहुन सांकृत्यायन आदि की किताबें जमीन पर फेंक दीं तथा वाहन को आग लगाने की भी कोशिश की। जब तक ‘जनचेतना’ के स्वयंसेवकों और अन्य शुभचिन्तकों को खबर मिलती तब तक वे वाहन को काफी क्षति पहुंचा कर भाग चुके थे। इस घटना के बाद दिशा छात्र संगठन, आइसा व एस.एफ.आई. से जुड़े छात्र ‘जनचेतना’ के समर्थन में घटना स्थल पर पहुंचे और अपनी एकजुटता जताई। इस हमले के विरोध में कल दिल्ली विश्वविद्यालय का पूरा जनवादी और प्रगतिशील समुदाय कला संकाय के भीतर ही एक विरोध सभा का आयोजन करेगा। इस मामले की शिकायत ‘जनचेतना’ के कार्यकर्ताओं ने प्रॉक्टर ऑफिस में की और साथ ही मॉरिसनगर थाने में भी एफआईआर दर्ज कराई है। ‘जनचेतना’ के संजय ने कहा कि अगर ए.बी.वी.पी. के गुण्डे यह समझते हैं कि इस प्रकार की कार्रवाइयों से वे हमें आतंकित करके यहां से हटा सकते हैं तो यह उनकी बहुत बड़ी भूल है। ‘जनचेतना’ पुस्तक प्रदर्शनी वाहन कला संकाय में लगा रहेगा और इस किस्म के किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन की अनुमति के बाद वाहन की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रशासन और पुलिस प्रशासन की बनती है। अगर वे इस काम को नहीं करते हैं तो इस काम को ‘जनचेतना’ के स्वयंसेवक और समर्थक स्वयं करने को बाध्य होंगे।
आज 21 जनवरी को विश्‍वविद्यालय के तकरीबन 200 छात्रों ने इस घटना के विरोध में रैली निकाली और प्रदर्शन किया। लेकिन हिन्‍दू फासिस्‍टों के संगठन एबीवीपी की गुण्‍डा वाहिनी के हौसले इतने बढ़े हुए हैं कि उन्‍होंने आज फिर लोगों को उकसाने और मारपीट करने की कोशिश की। स्थि‍ति इतनी तनावपूर्ण थी कि विश्‍वविद्यालय प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी। लेकिन विश्‍वविद्यालय के प्रशासन ने दोषियों के खिलाफ़ कार्रवाई करने के बजाय जनचेतना वैन को वहां से हटाने का आदेश दे दिया, जबकि एक दिन पहले स्‍वयं प्रोक्‍टर इसकी अनुमति दी थी।

Thursday, October 1, 2009

क्रान्तिकारी छात्र-युवा आन्दोलन

एक नयी शुरुआत से जुड़े कुछ बुनियादी सवाल और कुछ बुनियादी समस्याएँ

एक सच्ची क्रान्तिकारी छात्र राजनीति का मतलब केवल फीस-बढ़ोत्तरी के विरुद्ध लड़ना, कक्षाओं में सीटें घटाने के विरुद्ध लड़ना, मेस में ख़राब खाने को लेकर लड़ना, छात्रावासों की संख्या बढ़ाने के लिए लड़ना, कैम्पस में जनवादी अधिकारों के लिए लड़ना या यहाँ तक कि रोज़गार के लिए लड़ना मात्र नहीं हो सकता। क्रान्तिकारी छात्र राजनीति वही हो सकती है जो कैम्पसों की बाड़ेबन्दी को तोड़कर छात्रों को व्यापक मेहनतकश जनता के जीवन और संघर्षों से जुड़ने के लिए तैयार करे और उन्हें इसका ठोस कार्यक्रम दे। क्रान्तिकारी परिवर्तन की भावना वाले छात्रों को राजनीतिक शिक्षा और प्रचार के द्वारा यह बताना होगा कि मज़दूर वर्ग और व्यापक मेहनतकश जनता के संघर्षों में प्रत्यक्ष भागीदारी किये बिना और उसके संघर्षों के साथ अपने संघर्षों को जोड़े बिना वे उस पूँजीवादी व्यवस्था को कतई नष्ट नहीं कर सकते जो सभी समस्याओं की जड़ है। व्यापक मेहनतकश जनता के जीवन और संघर्षों में भागीदारी करके ही मध्यवर्गीय छात्र अराजकतावाद, व्यक्तिवाद और मज़दर वर्ग के प्रति तिरस्कार-भाव की प्रवृत्ति से मुक्त हो सकते हैं और सच्चे अर्थों में क्रान्तिकारी बन सकते हैं।

प्रकाशक : राहुल फाउण्‍डेशन
मूल्‍य : 15 रुपये

Saturday, September 5, 2009

बहरों को सुनाने के लिए

भगतसिंह और उनके साथियों की विचारधारा और कार्यक्रम

एस. इरफान हबीब

भगतसिंह और उनके साथियों के राजनीतिक जीवन और उनके दौर के बारे में और उनके संगठनों -हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (एच.एस.आर.ए.) और नौजवान भारत सभा के बारे में यह एक पथ-प्रदर्शक कृति है। यह एक राष्ट्रीय नायक के रूप में समाजवाद की ओर उनके स्पष्ट झुकाव सहित भगतसिंह के विकास के अब तक उपेक्षित बहुत से पहलुओं को उजागर करती है। यह राष्ट्रवादी क्रान्तिकारियों और भारत के स्वाधीनता संग्राम में उनकी भूमिका पर सर्वश्रेष्ठ कृतियों में से एक है। उनकी विचारधारा की मूल भावना को समझने के लिए ज़रूरी दस्तावेज़ और लेख परिशिष्ट के रूप में शामिल किये गये हैं।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी एण्ड डेवलपमेण्ट स्टडीज़ के एस. इरफान हबीब की यह किताब इतिहास की उन चुनिन्दा किताबों में से एक है जिन्हें गम्भीर अध्येता और आम पाठक दोनों ही दिलचस्पी के साथ पढ़ सकते हैं और दक्षिण एशिया के आधुनिक इतिहास का कोई भी विद्यार्थी इसकी अनदेखी नहीं कर सकता। सबसे बढ़कर, यह 1920 और 1930 के दशक की शुरुआत के उन उथल-पुथल भरे वर्षों की बेहद जीवन्त तस्वीर पेश करती है जब वाम-रैडिकल एजेण्डा इस महाद्वीप के राजनीतिक जीवन में बहुत अहम बनकर उभरा था।


प्रकाशक : राहुल फाउण्‍डेशन
मूल्‍य : 100 रुपये

Wednesday, August 26, 2009

कम्युनिस्ट पार्टी का घोषणापत्र

डेविड रियाज़ानोव
(मार्क्‍स-एंगेल्स इंस्टीट्यूट, मास्को के निदेशक) की प्रस्तावना और व्याख्यात्मक टिप्पणियों सहित
‘कम्युनिस्ट पार्टी का घोषणापत्र’ वैज्ञानिक कम्युनिज़्म का पहला कार्यक्रम-मूलक दस्तावेज़ है जिसमें मार्क्‍सवाद के मूल सिद्धान्तों की विवेचना की गयी है। यह महान ऐतिहासिक दस्तावेज़ वैज्ञानिक कम्युनिज़्म के सिद्धान्त के प्रवर्तक कार्ल मार्क्‍स और फ्रेडरिक एंगेल्स ने तैयार किया था और 1848 के प्रारम्भ में यह प्रकाशित हुआ था। लेनिन के शब्दों में, ''यह छोटी-सी पुस्तिका अनेकानेक ग्रन्थों के बराबर है: उसकी आत्मा सभ्य संसार के समस्त संगठित और संघर्षशील सर्वहाराओं को प्रेरणा देती रही है और उनका मार्गदर्शन करती रही है।''
‘कम्युनिस्ट पार्टी का घोषणापत्र’ पर राजनीतिशास्त्र के कई विद्वानों ने व्याख्याएँ और टिप्पणियाँ लिखी हैं। इनमें अब तक सर्वाधिक गम्भीर, वैज्ञानिक और सटीक व्याख्याएँ-टिप्पणियाँ क्रान्ति के बाद मास्को में स्थापित मार्क्‍स-एंगेल्स इंस्टीट्यूट के निदेशक डेविड रियाज़ानोव की ही मानी जाती रही हैं। 1923 में प्रकाशित कम्युनिस्ट घोषणापत्र की ये व्याख्याएँ-टिप्प्णियाँ तत्काल पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गयीं और अधिकांश कम्युनिस्ट पार्टियों ने इन्हें पाठ्य पुस्तक-सा बना लिया था। रियाज़ानोव की विस्तृत भूमिकाओं, व्याख्याओं और अनुपूरक निबन्धों के साथ घोषणापत्र का यह संस्करण कम्युनिज़्म के गम्भीर अध्येताओं के साथ ही युवा कार्यकर्ताओं और इस युग परिवर्तनकारी विचारधारा को समझने में रुचि रखने वाले हर व्यक्ति के लिए आज भी बहुमूल्य और बेहद उपयोगी सिद्ध होगा।

प्रकाशक : राहुल फाउण्‍डेशन
मूल्‍य : 100/-

Wednesday, August 5, 2009

चिरस्‍मरणीय - कय्यूर के शहीदों की वीरगाथा

निरंजन

यह कय्यूर की कहानी है जो उत्तरी केरल में मालाबार इलाके में स्थित कसरगोद तालुक का एक गाँव है। यह उस गाँव के किसानों के न्यायोचित संघर्ष की कहानी है। यह कय्यूर के उन चार शहीदों की गाथा है जिन्होंने 1943 में अत्याचारी ज़मींदारों और ब्रिटिश गुलामी के खि़लाफ किसानों के संघर्ष का नेतृत्व किया था और हँसते-हँसते फाँसी के फन्दे को चूम लिया था। यह उन वीरों की कहानी का ही एक हिस्सा है जिन्होंने देश की आज़ादी और ग़रीब जनता की बेहतर ज़िन्दगी के लिए संघर्ष में अपना जीवन न्योछावर कर दिया था। यह हमारे अतीत और भविष्य के शहीदों की शहादत की लम्बी शृंखला की ही एक कड़ी है।
अगर कय्यूर के संघर्ष का सामान्य इतिहास लिखा जाता तो यह कुछ ही पृष्ठों में समा जाता और तब अनेक तथ्य छुपे ही रह जाते। लोगों के दुर्निवार साहस, उनकी उफनती भावनाओं, राजनीतिक समस्याओं और आर्थिक मुद्दों को सामने लाने के लिए एक पूरे उपन्यास की ही ज़रूरत थी। कन्नड़ के प्रसिद्ध साहित्यकार निरंजन ने तथ्य और कथा को मिलाकर जो कहानी पेश की है वह अद्भुत है तथा तथ्य से अधिक सत्य है।

कय्यूर के किसान संघर्ष की गाथा बताने वाला यह उपन्यास कन्नड़ में चिरस्मरणेय नाम से छपा था और बेहद लोकप्रिय हुआ था। ‘चिरस्मरण’ नाम से मलयालम में और ‘द स्टार्स शाइन ब्राइटली’ नाम से अंग्रेज़ी में भी इसका अनुवाद हो चुका है। सुपरिचित कवि और पत्रकार रामकृष्ण पाण्डेय का यह हिन्दी अनुवाद पूरे हिन्दी भाषी क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हुआ।

परिकल्‍पना प्रकाशन से प्रकाशित
पुस्‍तक : चिरस्‍मरणी
ISBN 978-81-89760-01-4
मूल्‍य : 40 रुपये

Monday, August 3, 2009

चुनी हुई कहानियाँ, खण्ड 3 - मक्सिम गोर्की

मक्सिम गोर्की के विराट रचना-संसार के एक बहुत बड़े हिस्से से पूरी दुनिया के पाठक अभी भी अपरिचित हैं। उनके कई महान उपन्यास, उत्कृष्ट कहानियाँ और विचारोत्तेजक निबन्ध अंग्रेज़ी और अन्य यूरोपीय भाषाओं में भी उपलब्ध नहीं हैं। इस मायने में भारतीय भाषाओं और ख़ासकर हिन्दी के पाठक अपने को और भी अधिक वंचित स्थिति में पाते रहे हैं।
‘माँ’, ‘वे तीन’, ‘टूटती कड़ियाँ’, (‘अर्तामानोव्स’ का अनुवाद), ‘मेरा बचपन’, ‘जीवन की राहों पर’, ‘मेरे विश्वविद्यालय’ (आत्म- कथात्मक उपन्यासत्रायी), ‘बेकरी का मालिक’, ‘अभागा’ और ‘फोमा गोर्देयेव’ - गोर्की के कुल ये नौ उपन्यास ही हिन्दी में प्रकाशित हुए हैं। इसके अतिरिक्त उनके चार नाटक और चार-पाँच निबन्ध ही सम्भवतः अभी तक हिन्दी में छपे हैं।
जहाँ तक कहानियों का प्रश्न है, ‘इटली की कहानियाँ’ संकलन में शामिल कहानियों के अतिरिक्त, पिछले 60-70 वर्षों के दौरान गोर्की की अन्य लगभग पच्चीस या छब्बीस कहानियाँ ही हिन्दी में छपी हैं और वे भी एक साथ कहीं उपलब्ध नहीं हैं। इन सभी कहानियों को पहली बार काल-क्रम से व्यवस्थित करके, एक साथ, चार खण्डों में प्रस्तुत किया जा रहा है। तमाम कोशिशों के बावजूद जिन चार कहानियों का रचना-काल पता नहीं चल सका, उन्हें तीसरे खण्ड के अन्त में स्थान दिया गया है।
इसी क्रम में आगे परिकल्पना प्रकाशन की योजना गोर्की के अन्य महत्त्वपूर्ण उपन्यासों और निबन्धों के हिन्दी अनुवाद भी प्रकाशित करने की है। इस सिलसिले में पाठकों के सुझावों का पूरे दिल से स्वागत है।
चुनी हुई कहानियाँ, खण्ड 3 में कुल 11 कहानियां संग्रहित हैं। ‘इन्सान पैदा हुआ’, ‘छब्बीस लोग और एक लड़की’, ‘तूफानी पितरेल पक्षी का गीत’ ऐसी कहानियाँ हैं जिनसे हिन्दी पाठक पहले से परिचित हो सकते हैं।

Saturday, August 1, 2009

प्रेम, परम्परा और विद्रोह

कात्यायनी

दो स्त्री-पुरुष नागरिकों के प्रेम करने की आज़ादी का प्रश्न एक बुनियादी अधिकार का प्रश्न है। व्यक्तिगत विद्रोह इस प्रश्न को महत्ता के साथ एजेण्डा पर लाते हैं लेकिन मध्ययुगीन सामाजिक-सांस्कृतिक मूल्यों-संस्थाओं के विरुद्ध दीर्घकालिक, व्यापक, रैडिकल सामाजिक-सांस्कृतिक आन्दोलन के बिना इन मूल्यों को अपना हथियार बनाने वाली फासिस्ट शक्तियों के संगठित प्रतिरोध के बिना और इन मूल्यों को अपना लेने और इस्तेमाल करने वाली सामाजिक-राजनीतिक व्यवस्था के विरुद्ध संघर्ष के बिना प्रेम करने की आज़ादी हासिल नहीं की जा सकती। प्रेम की आज़ादी के लिए केवल मध्ययुगीन मूल्यों के विरुद्ध संघर्ष की बात करना बुर्जुआ प्रेम का आदर्शीकरण होगा। पूँजीवादी उत्पादन-सम्बन्ध के अन्तर्गत सामाजिक श्रम-विभाजन और तज्जन्य अलगाव के होते, न तो स्त्रियों की पराधीनता समाप्त हो सकती है और न ही पूर्ण समानता और स्वतन्त्रता पर आधारित स्त्री-पुरुष सम्बन्ध ही अस्तित्व में आ सकते हैं।
...प्रेम, परम्परा और सामाजिक क्रान्ति के प्रश्न के सभी पक्षों पर ऐतिहासिक भौतिकवादी दृष्टिकोण से सांगोपांग और सारगर्भित विश्लेषण प्रस्तुत करने वाली यह पुस्तक युवाओं, समाज-वैज्ञानिकों और जागरूक पाठकों के लिए ने केवल बेहद उपयोगी और विचारोत्तेजक है, बल्कि इस विषय पर अपने ढंग की अकेली पुस्तक है।

परिकल्‍पना प्रकाशन से प्रकाशित
ISBN 978-81-89760-22-0
मूल्‍य : 20/-

Friday, July 31, 2009

जनचेतना का सम्‍पूर्ण सूचीपत्र

सम्पूर्ण सूचीपत्र

परिकल्पना प्रकाशन


उपन्यास

1. तरुणाई का तराना / याङ मो / 150.00

2. तीन टके का उपन्यास / बेर्टोल्ट ब्रेष्ट / 125.00

3. माँ / मक्सिम गोर्की / 95.00

4. वे तीन / मक्सिम गोर्की / 75.00

5. मेरा बचपन / मक्सिम गोर्की / 70.00

6. जीवन की राहों पर / मक्सिम गोर्की / 80.00

7. मेरे विश्वविद्यालय / मक्सिम गोर्की / 50.00

8. फोमा गोर्देयेव / मक्सिम गोर्की / 55.00

9. अभागा / मक्सिम गोर्की / 40.00

10. बेकरी का मालिक / मक्सिम गोर्की / 25.00

11. असली इन्सान / बोरिस पोलेवोई / 75.00

12. तरुण गार्ड (दो खण्डों में) / अलेक्सान्द्र फदेयेव / 160.00

13. गोदान / प्रेमचन्द / 75.00

14. निर्मला / प्रेमचन्द / 40.00

15. पथ के दावेदार / शरत्चन्द्र / 70.00

16. चरित्राहीन / शरत्चन्द्र / 80.00

17. गृहदाह / शरत्चन्द्र / 70.00

18. शेषप्रश्न / शरत्चन्द्र / 70.00

19. इन्द्रधनुष / वान्दा वैसील्युस्का / 65.00

20. इकतालीसवाँ / बोरीस लव्रेन्योव / 20.00

21. दास्तान चलती है (नौजवान की डायरी से) / अनातोली कुज़्नेत्सोव / 70.00

22. वे सदा युवा रहेंगे / ग्रीगोरी बकलानोव / 60.00

23. मुर्दों को क्या लाज-शर्म / ग्रीगोरी बकलानोव / 40.00

24. बख़्तरबन्द रेल 14-69 / व्सेवोलोद इवानोव / 30.00

25. अश्वसेना / इसाक बाबेल / 40.00

26. लाल झण्डे के नीचे / लाओ श / 50.00

27. रिक्शावाला / लाओ श / 65.00

28. चिरस्मरणीय (प्रसिद्ध कन्नड़ उपन्यास) / निरंजन / 55.00

29. एक तयशुदा मौत (एनजीओ की पृष्ठभूमि पर) / मोहित राय / 30.00


कहानियाँ

1. चुनी हुई कहानियाँ (खण्ड 1) / मक्सिम गोर्की / 50.00

2. चुनी हुई कहानियाँ (खण्ड 2) / मक्सिम गोर्की / 60.00

3. चुनी हुई कहानियाँ (खण्ड 3) / मक्सिम गोर्की / 75.00

4. हिम्मत न हारना मेरे बच्चो / मक्सिम गोर्की / 10.00

5. कामो : एक जाँबाज़ इन्‍कलाबी मज़दूर की कहानी / मक्सिम गोर्की / 10.00

6. चुनी हुई कहानियाँ (खण्ड 1) / अन्तोन चेख़व / 60.00

7. चुनी हुई कहानियाँ (खण्ड 2) / अन्तोन चेख़व / 55.00

8. दो अमर कहानियाँ / लू शुन / 25.00

9. श्रेष्ठ कहानियाँ / प्रेमचन्द / 25.00

10. पाँच कहानियाँ / पुश्किन / 20.00

11. तीन कहानियाँ / गोगोल / 30.00

12. तूफान / अलेक्सान्द्र सेराप़फीमोविच / 60.00

13. वसन्त / सेर्गेई अन्तोनोव / 60.00

14. वसन्तागम / रओ शि / 50.00

15. सूरज का ख़ज़ाना / मिख़ाईल प्रीश्विन / 40.00

16. स्नेगोवेत्स का होटल / मत्वेई तेवेल्योव / 35.00

17. वसन्त के रेशम के कीड़े / माओ तुन / 50.00

18. क्रान्ति झंझा की अनुगूँजें (अक्टूबर क्रान्ति की कहानियाँ) / 75.00

19. चुनी हुई कहानियां / श्याओ हुङ / 50.00

20. समय के पंख / कोन्स्तान्तीन पाउस्तोव्सकी / 30.00

21. श्रेष्ठ रूसी कहानियाँ (संकलन) / 75.00

22. अनजान फूल / आन्द्रेई प्लातोनोव / 40.00

23. कुत्ते का दिल / मिख़ाईल बुल्गाकोव / 70.00

24. दोन की कहानियाँ / मिख़ाईल शोलोख़ोव / 35.00

25. अब इन्साफ होने वाला है (भारत और पाकिस्तान की प्रगतिशील उर्दू कहानियों

का प्रतिनिधि संकलन) (ग्यारह नयी कहानियों सहित परिवर्द्धित संस्करण) / स. शकील सिद्दीकी / 125.00

26. लाल कुरता / हरिशंकर श्रीवास्तव / 35.00

27. चम्पा और अन्य कहानियाँ / मदन मोहन / 35.00


कविताएँ

1. अक्षर-अक्षर (समग्र कविताएँ) / पाश / 125.00

2. लहू है कि तब भी गाता है / पाश / 75.00

3. देखते न देखते / मलय / 65.00 /

4. पाठान्तर / विष्णु खरे / 50.00 /

5. लालटेन जलाना (चुनी हुई कविताएँ) / विष्णु खरे / 60.00 /

6. ईश्वर को मोक्ष / नीलाभ / 60.00 /

7. बहनें और अन्य कविताएँ / असद ज़ैदी / 50.00 /

8. सामान की तलाश / असद ज़ैदी / 50.00 /

9. कोहेकाफ पर संगीत-साधना / शशिप्रकाश / 50.00

10. पतझड़ का स्थापत्य / शशिप्रकाश / 75.00

11. फुटपाथ पर कुर्सी / कात्यायनी / 80.00

12. जादू नहीं कविता / कात्यायनी / 75.00 /

13. इस पौरुषपूर्ण समय में / कात्यायनी / 60.00 /

14. सात भाइयों के बीच चम्पा / कात्यायनी / 50.00 /

15. राख-अँधेरे की बारिश में / कात्यायनी / 15.00

16. यह मुखौटा किसका है / विमल कुमार / 50.00 /

17. बहुत नर्म चादर थी जल से बुनी / नरेश चन्द्रकर / 60.00

18. मध्यवर्ग का शोकगीत / हान्स माग्नुस एन्त्सेन्सबर्गर / 30.00

19. जेल डायरी / हो ची मिन्ह / 40.00

20. ओस की बूँदें और लाल गुलाब / होसे मारिया सिसों / 25.00

21. इन्तिफादा : फलस्तीनी कविताएँ / स. रामकृष्ण पाण्डेय / 30.00

22. माओ त्से-तुङ की कविताएँ (राजनीतिक पृष्ठभूमि सहित विस्तृत टिप्पणियाँ एवं

अनुवाद : सत्यव्रत) / 20.00

23. इकहत्तर कविताएँ और तीस छोटी कहानियाँ - बेर्टोल्ट ब्रेष्ट (मूल जर्मन से अनुवाद : मोहन थपलियाल) (ब्रेष्ट के दुर्लभ चित्रों और स्केचों से सज्जित) / 60.00

24. समर तो शेष है... (इप्टा के दौर से आज तक के प्रतिनिधि क्रान्तिकारी समूहगीतों का संकलन) / 35.00


नाटक

1. करवट / मक्सिम गोर्की / 40.00

2. दुश्मन / मक्सिम गोर्की / 35.00

3. तलछट / मक्सिम गोर्की / 30.00

4. तीन बहनें (दो नाटक) / अन्तोन चेख़व / 45.00

5. चेरी की बग़िया (दो नाटक) / अन्तोन चेख़व / 45.00

6. बलिदान जो व्यर्थ न गया / व्सेवोलोद विश्नेव्स्की / 30.00

7. क्रेमलिन की घण्टियाँ / निकोलाई पोगोदिन / 30.00


संस्मरण

1. लेव तोल्स्तोय: शब्द-चित्र / मक्सिम गोर्की / 20.00


स्त्री-विमर्श / ज्वलन्त प्रश्न

1. दुर्ग द्वार पर दस्तक (स्त्री प्रश्न पर लेख) / कात्यायनी / 50.00

2. कुछ जीवन्त कुछ ज्वलन्त / कात्यायनी / 90.00

3. षड्यन्त्रारत मृतात्माओं के बीच (साम्प्रदायिकता पर लेख) कात्यायनी / 25.00

4. इस रात्रि श्यामला बेला में (लेख और टिप्पणियाँ) सत्यव्रत / 30.00

5. इराक : साम्राज्यवादी कब्ज़ा और प्रतिरोध / हरपाल बराड़ / 40.00


व्यंग्य

1. कहें मनबहकी खरी-खरी / मनबहकी लाल / 25.00


नौजवानों के लिए विशेष

1. जय जीवन! (लेख, भाषण और पत्र) / निकोलाई ओस्त्रोव्स्की / 50.00


साहित्य-विमर्श

1. उपन्यास और जनसमुदाय / रैल्‍फ फॉक्स / 75.00

2. लेखनकला और रचनाकौशल / गोर्की, फेदिन, मयाकोव्स्की, अ. तोल्सतोय / 70.00

3. दर्शन, साहित्य और आलोचना / बेलिंस्की, हर्ज़न, चेर्नीशेव्स्की, दोब्रोल्युबोव / 65.00

4. सृजन-प्रक्रिया और शिल्प के बारे में / मक्सिम गोर्की / 40.00

5. मार्क्‍सवाद और भाषाविज्ञान की समस्याएँ / स्तालिन / 20.00


नयी पीढ़ी के निर्माण के लिए

1. एक पुस्तक माता-पिता के लिए / अन्तोन मकारेंको / 80.00

2. मेरा हृदय बच्चों के लिए / वसीली सुख़ोम्लीन्स्की / 75.00


वैचारिकी

1. माओवादी अर्थशास्त्र और समाजवाद का भविष्य रेमण्ड लोट्टा / 25.00


सृजन परिप्रेक्ष्य पुस्तिका शृंखला

1. एक नये सर्वहारा पुनर्जागरण और प्रबोधन के वैचारिक-सांस्कृतिक कार्यभार / कात्यायनी, सत्यम / 25.00


आह्नान पुस्तिका शृंखला

1. प्रेम, परम्परा और विद्रोह / कात्यायनी / 20.00



राहुल फाउण्डेशन


नौजवानों के लिए विशेष

1. नौजवानों से दो बातें / पीटर क्रोपोटकिन / 5.00

2. क्रान्तिकारी कार्यक्रम का मसविदा / भगतसिंह / 5.00

3. मैं नास्तिक क्यों हूँ और ड्रीमलैण्डकी भूमिका / भगतसिंह / 5.00

4. बम का दर्शन और अदालत में बयान / भगतसिंह / 5.00

5. जाति-धर्म के झगड़े छोड़ो, सही लड़ाई से नाता जोड़ो / भगतसिंह / 5.00

6. भगतसिंह ने कहा...(चुने हुए उद्धरण) / भगतसिंह / 5.00


क्रान्तिकारियों के दस्तावेज़

1. भगतसिंह और उनके साथियों के सम्पूर्ण उपलब्ध दस्तावेज़ / स. सत्यम / 190.00

2. शहीदेआज़म की जेल नोटबुक / भगतसिंह / 65.00

3. विचारों की सान पर / भगतसिंह / 25.00


क्रान्तिकारियों के विचारों और जीवन पर

1. बहरों को सुनाने के लिए (भगतसिंह और उनके साथियों की विचारधारा और कार्यक्रम) / एस. इरफान हबीब / 100.00

2. क्रान्तिकारी आन्दोलन का वैचारिक विकास / शिव वर्मा / 10.00

3. भगतसिंह और उनके साथियों की विचारधारा और राजनीति बिपन चन्द्र / 10.00

4. अमर शहीद सरदार भगतसिंह / जितेन्द्रनाथ सान्याल / 75.00

5. यश की धरोहर / भगवानदास माहौर, शिव वर्मा, सदाशिवराव मलकापुरकर / 30.00

6. भगतसिंह और उनके साथी / अजय घोष, गोपाल ठाकुर / 30.00

7. संस्मृतियाँ / शिव वर्मा / 50.00

8. इक्कीसवीं सदी में भगतसिंह / रविभूषण / 10.00

9. भगतसिंह : अनवरत जलती मशाल / राजकुमार राकेश, मनोज शर्मा / 10.00

10. शहीद सुखदेव: नौघरा से फाँसी तक / स. डॉ. हरदीपसिंह / 20.00


महत्त्वपूर्ण और विचारोत्तेजक संकलन

1. उम्मीद एक ज़िन्दा शब्द है (दायित्वबोधके महत्त्वपूर्ण सम्पादकीय लेखों का संकलन) / 75.00

2. एनजीओ : एक ख़तरनाक साम्राज्यवादी कुचक्र / 35.00

3. डब्ल्यूएसएफ : साम्राज्यवाद का नया ट्रोजन हॉर्स / 50.00


ज्वलन्त प्रश्न

1. ‘जातिप्रश्न के समाधान के लिए बुद्ध काफी नहीं, अम्बेडकर भी काफी नहीं, मार्क्‍स ज़रूरी हैं / रंगनायकम्मा / 125.00


दायित्वबोध पुस्तिका शृंखला

1. अनश्वर हैं सर्वहारा संघर्षों की अग्निशिखाएँ / दीपायन बोस / 10.00

2. समाजवाद की समस्याएँ, पूँजीवादी पुनर्स्‍थापना और महान सर्वहारा सांस्कृतिक क्रान्ति / शशिप्रकाश / 12.00

3. क्यों माओवाद? / शशिप्रकाश / 10.00

4. बुर्जुआ वर्ग के ऊपर सर्वतोमुखी अधिनायकत्व लागू करने के बारे में / चाङ चुन-चियाओ / 5.00

5. भारतीय कृषि में पूँजीवादी विकास / सुखविन्दर / 30.00


आह्नान पुस्तिका शृंखला

1. छात्र-नौजवान नयी शुरुआत कहाँ से करें? / 10.00

2. आरक्षण: पक्ष, विपक्ष और तीसरा पक्ष / 10.00

3. आतंकवाद के बारे में : विभ्रम और यथार्थ / 10.00

4. क्रान्तिकारी छात्र-युवा आन्दोलन / 15.00


बिगुल पुस्तिका शृंखला

1. कम्युनिस्ट पार्टी का संगठन और उसका ढाँचा / लेनिन / 5.00

2. मकड़ा और मक्खी / विल्हेल्म लीब्कनेख़्त / 3.00

3. ट्रेडयूनियन काम के जनवादी तरीके / सेर्गेई रोस्तोवस्की / 5.00

4. मई दिवस का इतिहास / अलेक्ज़ैण्डर ट्रैक्टनबर्ग / 6.00

5. पेरिस कम्यून की अमर कहानी / 10.00

6. अक्टूबर क्रान्ति की मशाल / 12.00

7. जंगलनामा: एक राजनीतिक समीक्षा / डॉ. दर्शन खेड़ी / 5.00

8. लाभकारी मूल्य, लागत मूल्य, मध्यम किसान और छोटे पैमाने के माल उत्पादन के बारे में मार्क्‍सवादी दृष्टिकोण : एक बहस / 30.00

9. संशोधनवाद के बारे में / 5.00

10. शिकागो के शहीद मज़दूर नेताओं की कहानी / हावर्ड फास्ट / 10.00

11. मज़दूर आन्दोलन में नयी शुरुआत के लिए / 15.00

12. मज़दूर नायक, क्रान्तिकारी योद्धा / 10.00


मार्क्‍सवाद

1. धर्म के बारे में / मार्क्‍स, एंगेल्स / 100.00

2. मार्क्‍सवाद की मूल समस्याएँ / जी. प्लेख़ानोव / 30.00

3. कम्युनिस्ट पार्टी का घोषणापत्रा / मार्क्‍स-एंगेल्स / 15.00

4. साहित्य और कला / मार्क्‍स-एंगेल्स / 150.00

5. फ्रांस में वर्ग-संघर्ष / कार्ल मार्क्‍स / 40.00

6. फ्रांस में गृहयुद्ध / कार्ल मार्क्‍स / 20.00

7. लूई बोनापार्त की अठारहवीं ब्रूमेर / कार्ल मार्क्‍स / 35.00

8. उज़रती श्रम और पूँजी / कार्ल मार्क्‍स / 10.00

9. मज़दूरी, दाम और मुनाफा / कार्ल मार्क्‍स / 15.00

10. गोथा कार्यक्रम की आलोचना / कार्ल मार्क्‍स / 10.00

11. लुडविग फायरबाख़ और क्लासिकीय जर्मन दर्शन का अन्त फ्रेडरिक एंगेल्स / 20.00

12. जर्मनी में क्रान्ति तथा प्रतिक्रान्ति / फ्रेडरिक एंगेल्स / 30.00

13. समाजवाद: काल्पनिक तथा वैज्ञानिक / फ्रेडरिक एंगेल्स / 12.00

14. पार्टी कार्य के बारे में / लेनिन / 15.00

15. एक व़फदम आगे, दो व़फदम पीछे / लेनिन / 60.00

16. जनवादी क्रान्ति में सामाजिक-जनवाद के दो रणकौशल लेनिन / 25.00

17. समाजवाद और युद्ध / लेनिन / 20.00

18. साम्राज्यवाद : पूँजीवाद की चरम अवस्था / लेनिन / 30.00

19. राज्य और क्रान्ति / लेनिन / 20.00

20. सर्वहारा क्रान्ति और ग़द्दार काउत्स्की / लेनिन / 15.00

21. दूसरे इण्टरनेशनल का पतन / लेनिन / 15.00

22. गाँव के ग़रीबों से / लेनिन / 10.00

23. मार्क्‍सवाद का विकृत रूप तथा साम्राज्यवादी अर्थवाद / लेनिन / 10.00

24. कार्ल मार्क्‍स और उनकी शिक्षा / लेनिन 15.00

25. क्या करें? / लेनिन / 30.00

26. ''वामपन्थी'' कम्युनिज़्म - एक बचकाना मर्ज़ लेनिन / 15.00

27. पार्टी साहित्य और पार्टी संगठन / लेनिन / 15.00

28. जनता के बीच पार्टी का काम / लेनिन / 30.00

29. धर्म के बारे में / लेनिन / 20.00

30. तोल्स्तोय के बारे में / लेनिन / 8.00

31. जुझारू भौतिकवाद / प्लेख़ानोव / 35.00

32. लेनिनवाद के मूल सिद्धान्त / स्तालिन / 25.00

33. सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी (बोल्शेविक) का इतिहास / 90.00

34. माओ त्से-तुङ की रचनाएँ: प्रतिनिधि चयन (एक खण्ड में) / 75.00

35. कम्युनिस्ट जीवनशैली और कार्यशैली के बारे में माओ त्से-तुङ / 40.00

36. सोवियत अर्थशास्त्रा की आलोचना / माओ त्से-तुङ / 35.00

37. दर्शन विषयक पाँच निबन्ध / माओ त्से-तुङ / 25.00

38. कला-साहित्य विषयक एक भाषण और पाँच दस्तावेज़ माओ त्से-तुङ / 15.00

39. माओ त्से-तुङ की रचनाओं के उद्धरण / 50.00


अन्य मार्क्‍सवादी साहित्य

1. कम्युनिस्ट पार्टी का घोषणापत्र (विस्तृत व्याख्यात्मक टिप्पणियों सहित) / डी. रियाज़ानोव / 100.00

2. द्वन्द्वात्मक भौतिकवाद / डेविड गेस्ट / 25.00

3. महान सर्वहारा सांस्कृतिक क्रान्ति: चुने हुए दस्तावेज़ और लेख (खण्ड 1) / 35.00

4. इतिहास ने जब करवट बदली / विलियम हिण्टन / 25.00

5. द्वन्द्वात्मक भौतिकवाद / वी. अदोरात्स्की / 15.00

6. राजनीतिक अर्थशास्त्र के मूलभूत सिद्धान्त (दो खण्डों में) (दि शंघाई टेक्स्टबुक ऑफ पोलिटिकल इकोनॉमी) / 120.00

7. अक्टूबर क्रान्ति और लेनिन / अल्बर्ट रीस विलियम्स / 90.00

(महत्त्वपूर्ण नयी सामग्री और अनेक नये दुर्लभ चित्रों से सज्जित परिवर्द्धित संस्करण) /

8. लेनिन के जीवन के चन्द पन्ने / लीदिया फोतियेवा / 50.00

9. मार्क्‍सवाद क्या है? / एमिल बर्न्‍स / 20.00

10. भौतिकवाद और समाज का विज्ञान / मॉरिस कॉर्नफोर्थ / 5.00

11. पार्टी और दर्शन / मॉरिस कॉर्नफोर्थ / 3.00

12. कम्युनिज़्म क्या है? / आर.डब्ल्यू. रॉब्सन / 5.00

13. सोवियत संघ में पूँजीवाद की पुनस्र्थापना / मार्टिन निकोलस / 50.00

14. क्रान्ति का विज्ञान / लेनी वुल्फ / 10.00


राहुल साहित्य

1. तुम्हारी क्षय / राहुल सांकृत्यायन / 20.00

2. दिमाग़ी गुलामी / राहुल सांकृत्यायन / 20.00

3. वैज्ञानिक भौतिकवाद / राहुल सांकृत्यायन / 50.00

4. राहुल निबन्धावली / राहुल सांकृत्यायन / 50.00

5. स्तालिन : एक जीवनी / राहुल सांकृत्यायन / 75.00


परम्परा का स्मरण

1. चुनी हुई रचनाएँ / गणेशशंकर विद्यार्थी / 100.00

2. सलाखों के पीछे से / गणेशशंकर विद्यार्थी / 30.00

3. ईश्वर का बहिष्कार / राधामोहन गोकुलजी / 20.00

4. लौकिक मार्ग / राधामोहन गोकुलजी / 20.00

5. धर्म का ढकोसला / राधामोहन गोकुलजी / 20.00

6. स्त्रियों की स्वाधीनता / राधामोहन गोकुलजी / 20.00


कहानियाँ

1. लेनिन कथा / मरीया प्रिलेज़ायेवा / 70.00

2. लेनिन विषयक कहानियाँ / 75.00


विविध

1. फाँसी के तख़्ते से / जूलियस फ्यूचिक / 30.00

2. पाप और विज्ञान / डायसन कार्टर / 60.00

3. सापेक्षिकता सिद्धान्त क्या है? / लेव लन्दाऊ, यूरी रूमेर / 25.00



Rahul Foundation

Marxists classics

1. The Civil War in France / Karl Marx / 80.00

2. The Eighteenth Brumaire of Louis Bonaparte / Karl Marx / 40.00

3. Critique of the Gotha Programme / Karl Marx / 25.00

4. Preface and Introduction to A Contribution to the Critique of Political Economy / Karl Marx / 20.00

5. The Poverty of Philosophy / Karl Marx / 70.00

6. Wages, Price and Profit / Karl Marx / 25.00

8. Class Struggles in France / Karl Marx / 40.00

9. The Origin of the Family, Private Property and the State / Frederick Engels / 50.00

10. Socialism: Utopian and Scientific / Frederick Engels / 30.00

11. On Marx / Frederick Engels / 10.00

12. Principles of Communism / Frederick Engels / 5.00

13. Manifesto of the Communist Party / Marx and Engels / 25.00

14. Selected Letters / Marx and Engels / 40.00

16. On the Dictatorship of Proletariat, Questions and Answers / Marx, Engels and Lenin / 35.00

17. On the Dictatorship of the Proletariat Selected Expositions / Marx, Engels / and Lenin / 10.00

18. A Characterisation of Economic Romanticism / V.I. Lenin / 50.00

19. On Marx and Engels / V.I. Lenin / 30.00

20. “Left-Wing” Communism, An Infantile Disorder / V.I. Lenin / 40.00

21. Party Work in the Masses / V.I. Lenin / 55.00

22. The Proletarian Revolution and the Renegade Kautsky / V.I. Lenin / 40.00

26. One Step Forward, Two Steps Back / V.I. Lenin / 70.00

27. The State and Revolution / V.I. Lenin / 40.00

28. On the Party / Lenin and Stalin / 15.00

29. Marxism and Problems of Linguistics / J. Stalin / 20.00

30. Anarchism or Socialism? / J. Stalin / 25.00

31. Economic Problems of Socialism in the USSR / J. Stalin / 30.00

32. On Organisation / J. Stalin / 10.00

33. The Foundations of Leninism / J. Stalin / 35.00

35. Five Essays on Philosophy / Mao Tse-tung / 45.00

36. On Literature and Art / Mao Tse-tung / 50.00

37. Selected Readings from the Works of Mao Tse-tung / 75.00

38. Quotations from the Writings of Mao Tse-tung / 40.00

39. Fundamental Problems of Marxism / Plekhanov / 35.00


other marxism

1. Reader’s Guide to Marxist Classics / Maurice Cornforth / 60.00

2. From Marx to Mao Tse-tung / George Thomson / 65.00

3. Capitalism and After / George Thomson / 55.00

4. The Human Essence / George Thomson / 45.00

5. Mao Tse-tung’s Immortal Contributions / Bob Avakian / 125.00

6. A Basic Understanding of the Communist Party (Written during the GPCR in China) / 80.00

7. The Science of Revolution / Lenny Wolff / 80.00

8. Fundamentals of Political Economy / (The Shanghai Textbook) / / 150.00

10. The Lessons of the Paris Commune (Illustrated) / Alexander Tracutenberg / 10.00


on the cultural revolution

1. Mao Tse-tung’s Last Great Battle / Raymond Lotta / 25.00

2. Turning Point in China / William Hinton / 25.00

3. Cultural Revolution and Industrial Organization in China / Charles Bettleheim / 55.00

4. They Made Revolution Within the Revolution / Iris Hunter / 25.00


Dayitvabodh reprint Series

1. Immortal are the Flames of Proletarian Struggles / Deepayan Bose / 15.00

2. Problems of Socialism, Capitalist Restoration and the Great Proletarian Cultural Revolution / Shashi Prakash / 25.00

3. Why Maoism? / Shashi Prakash / 15.00


Ahwan reprint Series

1. Where Should Students and Youth Make a New Beginning? / 15.00

2. Reservation: Support, Opposition and Our Position / 10.00

3. On Terrorism : Illusion and Reality / Alok Ranjan / 15.00


Bigul reprint Series

1. Still Ablaze is the Torch of October Revolution / 20.00


women question

1. Breaking All Tradition’s Chains: Revolutionary Communism and Women’s Liberation / Mary Lou Greenberg / 30.00


miscellaneous

1. An Appeal to the Young / Peter Kropotkin / 10.00


अनुराग ट्रस्ट

1. अन्धविश्वासी शेकी टेल / सेर्गेई मिखाल्कोव / 15.00

2. चलता-पिफरता हैट / एन. नोसोव, होल्कर पुक्क / 15.00

3. चालाक लोमड़ी (लोककथा) / 15.00

4. दियांका-टॉमचिक / 15.00

5. गधा और ऊदबिलाव / मक्सिम गोर्की, सेर्गेई मिखाल्कोव / 15.00

6. गुफा मानवों की कहानियाँ / मैरी मार्स / 15.00

7. हम सूरज को देख सकते हैं / मिकोला गिल, / दायर स्लावकोविच / 15.00

8. मुसीबत का साथी / सेर्गेई मिखाल्कोव / 15.00

9. नन्हे आर्थर का सूरज / हद्याक ग्युलनज़रयान, गेलीना लेबेदेवा 15.00

10. आकाश में मौज-मस्ती / चिनुआ अचेबे / 15.00

11. ज़िन्दगी से प्यार (दो रोमांचक कहानियाँ) / जैक लण्डन / 25.00

12. एक छोटे लड़के और एक छोटी लड़की की कहानी मक्सिम गोर्की / 15.00

13. बहादुर / अमरकान्त / 10.00

14. बुन्नू की परीक्षा (सचित्र रंगीन) / शस्या हर्ष / 25.00

15. दान्को का जलता हुआ हृदय / मक्सिम गोर्की / 15.00

16. नन्हा राजकुमार / आतुआन द सैंतेक्‍जूपेरी / 40.00

17. दादा आ£खप और ल्योंका / मक्सिम गोर्की / 30.00

18. सेमागा कैसे पकड़ा गया / मक्सिम गोर्की / 15.00

19. बाज़ का गीत / मक्सिम गोर्की / 15.00

20. वांका / अन्तोन चेख़व / 15.00

21. तोता / रवीन्द्रनाथ टैगोर / 15.00

22. पोस्टमास्टर / रवीन्द्रनाथ टैगोर / 15.00

23. काबुलीवाला / रवीन्द्रनाथ टैगोर / 15.00

24. अपना-अपना भाग्य / जैनेन्द्र / 15.00

25. दिमाग़ कैसे काम करता है / किशोर / 20.00

26. रामलीला / प्रेमचन्द / 15.00

27. दो बैलों की कथा / प्रेमचन्द / 20.00

28. ईदगाह / प्रेमचन्द / 20.00

29. लॉटरी / प्रेमचन्द / 20.00

30. गुल्ली-डण्डा / प्रेमचन्द / 15.00

31. बड़े भाई साहब / प्रेमचन्द / 15.00

32. मोटेराम शास्त्री / प्रेमचन्द / 20.00

33. हार की जीत / सुदर्शन / 15.00

34. इवान / व्लादीमिर बोगोमोलोव / 40.00

35. चमकता लाल सितारा / ली शिन-थ्येन / 50.00

36. उल्टा दरख़्त / कृश्नचन्दर / 35.00

37. हरामी / मिखाईल शोलोख़ोव / 25.00

38. दोन किहोते (नाट्य रूपान्तर - नीलेश रघुवंशी) सर्वान्तेस / 20.00

39. आश्चर्यलोक में एलिस (नाट्य रूपान्तर - नीलेश रघुवंशी) लुइस कैरोल / 25.00

40. झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई (नाट्य रूपान्तर - नीलेश रघुवंशी) / वृन्दावनलाल वर्मा / 25.00

41. नन्हे गुदड़ीलाल के साहसिक कारनामे / सुन यओच्युन / 40.00

42. लाखी / अन्तोन चेख़व / 12.00

43. बेझिन चरागाह / इवान तुर्गनेव / 12.00

44. हिरनौटा / द्मीत्री मामिन सिबिर्याक / 10.00

45. घर की ललक / निकोलाई तेलेशोव / 10.00

46. बस एक याद / लेओनीद अन्द्रेयेव / 10.00

47. मदारी / अलेक्सान्द्र कुप्रिन / 15.00

48. पराये घोंसले में / फ्ऱयोदोर दोस्तोयेव्स्की / 10.00

49. कोहकाप़फ का बन्दी / तोल्सतोय / 15.00

50. मनमानी के मजे / सेर्गेई मिखाल्कोव / 20.00

51. सदानन्द की छोटी दुनिया / सत्यजीत राय / 15.00

52. छत पर पफँस गया बिल्ला / विताउते जिलिन्सकाइते / 25.00

53. गोलू के कारनामे / रामबाबू / 15.00

54. दो साहसिक कहानियाँ / होल्गर पुक्क / 15.00

55. आम ज़िन्दगी की मजेदार कहानियाँ / होल्गर पुक्क / 15.00

56. कंगूरे वाले मकान का रहस्यमय मामला / होल्गर पुक्क / 8.00

57. रोज़मर्रे की कहानियाँ / होल्गर पुक्क / 15.00

58. अजीबोग़रीब किस्से / होल्गर पुक्क / 15.00

59. नये ज़माने की परीकथाएँ / होल्गर पुक्क / 15.00

60. किस्सा यह कि एक देहाती ने दो अफसरों का कैसे पेट भरा / मिखाइल / सल्तिकोव-श्चेद्रिन / 15.00



ਸ਼ਹੀਦ ਭਗਤ ਸਿੰਘ ਯਾਦਗਾਰੀ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ਨ ਵੱਲੋਂ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ਤ ਪੁਸਤਕਾਂ

1. ਨੌਜਵਾਨਾਂ ਨਾਲ ਦੋ ਗੱਲਾਂ (ਪੀਟਰ ਕ੍ਰੋਪੋਟਕਿਨ) 10 ਰੁਪਏ

2. ਸੁਤੰਤਰ ਵਪਾਰ ਦਾ ਸਵਾਲ (ਮਾਰਕਸ, ਏਂਗਲਜ ਅਤੇ ਲੈਨਿਨ) 10ਰੁਪਏ

3 ਫਿਲਾਸਫੀ ਕੋਈ ਗੋਰਖ ਧੰਦਾ ਨਹੀਂ (ਇਕ ਚੀਨੀ ਕਿਤਾਬ ਦਾ ਅਨੁਵਾਦ) 10 ਰੁਪਏ

4. ਗ਼ਦਰੀ ਸੂਰਬੀਰ (ਰਣਧੀਰ ਸਿੰਘ) 10 ਰੁਪਏ

5 ਅਜਿਹਾ ਸੀ ਸਾਡਾ ਭਗਤ ਸਿੰਘ (ਸ਼ਿਵ ਵਰਮਾ) 10ਰੁਪਏ

6. ਸ਼ਹੀਦ ਚੰਦਰ ਸ਼ੇਖਰ ਆਜ਼ਾਦ (ਭਗਵਾਨ ਦਾਸ ਮਹੌਰ) 10ਰੁਪਏ

7. ਪੰਜਾਬ ਦੀ ਕਿਸਾਨ ਲਹਿਰ ਅਤੇ ਕਮਿਊਨਿਸਟ 10ਰੁਪਏ

8. ਮਾਰਕਸਵਾਦ ਬਾਰੇ ਅੰਬੇਡਕਰ ਦੇ ਵਿਚਾਰ (ਰੰਗਾਨਯਾਕੰਮਾ) 15 ਰੁਪਏ

9. ਜੰਗਲਨਾਮਾ-ਇੱਕ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਪੜਚੋਲ 03 ਰੁਪਏ

10. ਅਮਿੱਟ ਹਨ ਮਜ਼ਦੂਰ ਸੰਗਰਾਮਾਂ ਦੀਆਂ ਚਿਣਗਾਂ (ਦਿਪਾਯਨ ਬੋਸ) 10 ਰੁਪਏ

11. ਸਮਾਜਵਾਦ ਦੀਆਂ ਸਮੱਸਿਆਵਾਂ,ਪੂੰਜੀਵਾਦੀ ਮੁੜਬਹਾਲੀ ਅਤੇ ਮਹਾਨ ਪ੍ਰੋਲਤਾਰੀ ਸੱਭਿਆਚਾਰਕ ਇਨਕਲਾਬ 10 ਰੁਪਏ

12. ਕਿਉਂ ਮਾਓਵਾਦ 10 ਰੁਪਏ

13. ਸ਼ਹੀਦ ਭਗਤ ਸਿੰਘ ਅਤੇ ਉਨਾਂ ਦੇ ਸਾਥੀਆਂ ਦਾ ਵਿਚਾਰਧਾਰਕ ਵਿਕਾਸ (ਪ੍ਰੋਫੈਸਰ ਬਿਪਨ ਚੰਦਰਾ) 10 ਰੁਪਏ

14. ਪੈਰਿਸ ਕਮਿਊਨ ਦੀ ਅਮਰ ਕਹਾਣੀ 10 ਰੁਪਏ

15 ਬੁਝ ਨਹੀਂ ਸਕਦੀ ਅਕਤੂਬਰ ਇਨਕਲਾਬ ਦੀ ਮਸ਼ਾਲ 10 ਰੁਪਏ

16. ਵਿਦਿਆਰਥੀ-ਨੌਜਵਾਨ ਨਵੀਂ ਸ਼ੁਰੂਆਤ ਕਿੱਥੋਂ ਕਰਨ 10 ਰੁਪਏ

17. ਇਨਕਲਾਬ ਦਾ ਸੁਨੇਹਾ (ਸ਼ਹੀਦ ਭਗਤ ਸਿੰਘ ਅਤ ਉਸ ਦੇ ਸਾਥੀਆਂ ਦੀਆਂ ਚੋਣਵੀਆਂ ਲਿਖਤਾਂ) 20 ਰੁਪਏ

18. ਰਾਜਨੀਤਕ ਅਰਥਸ਼ਾਸਤਰ ਦੇ ਮੂਲ ਸਿਧਾਂਤ (ਦੀ ਸ਼ੰਘਾਈ ਟੈਕਸਟ ਬੁੱਕ ਆਫ ਪੋਲੀਟੀਕਲ ਇਕਾਨਮੀ) 60 ਰੁਪਏ

19. ਇਨਕਲਾਬੀ ਲਹਿਰ ਦਾ ਸਿਧਾਂਤਕ ਵਿਕਾਸ (ਸ਼ਿਵ ਵਰਮਾ) 10 ਰੁਪਏ

20. ਰਿਜ਼ਰਵੇਸ਼ਨ ਪੱਖ, ਵਿਪੱਖ ਅਤੇ ਤੀਸਰਾ ਪੱਖ 05ਰੁਪਏ

21 ਸ਼ਹੀਦ ਸੁਖਦੇਵ ਨੌਘਰੇ ਤੋਂ ਫਾਂਸੀ ਤੱਕ 20 ਰੁਪਏ

22. ਭਗਤ ਸਿੰਘ ਨੇ ਕਿਹਾ... 05 ਰੁਪਏ

23. ਸ਼ਹੀਦ ਕਰਤਾਰ ਸਿੰਘ ਸਰਾਭਾ 05 ਰੁਪਏ

24. ਮੈਂ ਨਾਸਤਿਕ ਕਿਉਂ ਹਾਂ? (ਭਗਤ ਸਿੰਘ) 05 ਰੁਪਏ

25. ਮਾਓ ਜ਼ੇ-ਤੁੰਗ ਦੀਆਂ ਫ਼ਲਸਫ਼ਾਨਾ ਲਿਖ਼ਤਾਂ 25 ਰੁਪਏ

26. ਦਹਿਸ਼ਤਗਰਦੀ ਬਾਰੇ ਭਰਮ ਅਤੇ ਯਥਾਰਥ 10 ਰੁਪਏ

27. ਲੈਨਿਨਵਾਦ ਦੀਆਂ ਨੀਹਾਂ (ਸਟਾਲਿਨ) 20 ਰੁਪਏ

28. ਭਾਰਤੀ ਖੇਤੀ ਵਿੱਚ ਪੂੰਜੀਵਾਦੀ ਵਿਕਾਸ 20 ਰੁਪਏ



ਦਸਤਕ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ਨ ਵਲੋਂ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ਤ ਪੁਸਤਕਾਂ

1. ਥੀਏਟਰ ਦਾ ਸੰਖੇਪ ਤਰਕਸ਼ਾਸਤਰ (ਬਰਤੋਲਤ ਬ੍ਰੈਖਤ) 15.00 ਰੁਪਏ

2. ਅਈਜ਼ੇਂਸਤਾਈਨ ਦਾ ਫ਼ਿਲਮ ਸਿਧਾਂਤ ਅਤੇ ਰਚਨਾਤਮਕ ਪ੍ਰਯੋਗ 15.00 ਰੁਪਏ

3. ਮਜ਼ਦੂਰ ਜਮਾਤੀ ਸੰਗੀਤ ਰਚਨਾਦੀਆਂ ਸਮੱਸਿਆਵਾਂ 10.00 ਰੁਪਏ

4. ਪਹਿਲਾ ਅਧਿਆਪਕ (ਨਾਵਲ) (ਚੰਗੇਜ਼ ਆਇਤਮਾਤੋਵ) 20.00 ਰੁਪਏ

5. ਸ਼ੋਲੋਖੋਵ ਦੀਆਂ ਕਹਾਣੀਆਂ 30.00 ਰੁਪਏ

6. ਸ਼ਾਂਤ ਸਰਘੀ ਵੇਲਾ (ਬੋਰਿਸ ਵਾਸੀਲਿਯੇਵ) 30 ਰੁਪਏ

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